नेताजी सुभाषचंद्र बोस की विचारधारा ही सशक्त समाज के लिए वसीयत और विरासत – विनय खरे

आज चाणक्य पुरी में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा दिल्ली द्वारा समाज एवं राष्ट्र के गौरव नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाई गई मैं समझता हूं बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जिनका जीवन सिर्फ उच्च आदर्शो और मानव सेवा के प्रति समर्पित होता है जो अपने कार्यों से इतिहास रचते हैं और किसी समाज और देश का गौरव बढ़ाते हैं और पहिचान दिलाते हैं और जन मानस पर मजबूती से समाज और देश प्रेम का संस्कार भी स्थापित करते हैं ।
बड़े सौभाग्य का दिन है हमारे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का दूरदर्शी चिन्तन कि कैसे समाज को उन गौरवशाली समर्पित व्यक्तित्व के विचारों और उच्च आदर्शो से जोड़ा जाय जिन्होने समाज और देश की खातिर अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया ।
सम्पूर्ण देश में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती इस बात का सन्देश है समाज और देश कभी उन लोगों को नहीं भूलता जिन्होंने समाज और देश के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया ।
आज हम सभी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के कृतज्ञता , योगदान और समाज को दी गई वसीयत और विरासत के प्रति सम्मान करते उनके विचारों और आदर्शो के को हृदयंगम कर सकें यही यहीं उनकेे प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
इ. विनय खरे
महामंत्री
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा
दिल्ली